The govt. of Bihar and its police possibly
thinks that truth can be sacrificed on the altar of Government Policy,
where good governance means cost of life, kidnapping of mothers,
sisters. But- Truth, I say. Shall prevail. Hindustan Times, Patna
edition continuously exposing the real fact behind Navruna case.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस( 8 मार्च, 2013 ) से लगातार 'हिन्दुस्तान टाइम्स' का पटना संस्करण अपने पहले पृष्ठ पर नवरुणा मामले पर बेबाक रिपोर्टिंग कर रहा है। 8 मार्च जहाँ नवरुणा मामले की पूरी परत उघाड़ने वाला था तो 9 मार्च को बिहार में बंगाली समुदाय के अस्तित्व पर छाए संकट को विस्तार से अपनी आवाज दी और अपहरण के मामले को ज़मीं हथियाने का षड्यंत्र माना। 10 मार्च के अंक में किस तरीके से नवरुणा के दोस्तों, टीचरों व पड़ोसियों को तंग की, इसका विस्तार से रिपोर्ट लिखा है। 'हिंदुस्तान टाईम्स" मीडिया के ऊपर बिहार में लागू आपातकाल को जिस बेबाक तरीके से चुनौती देने का काम किया है उसे सेव नवरुणा कैम्पेन चला रहे छात्र सलाम करते है और यह उम्मीद रखते है कि उनका यह अभियान नवरुणा को न्याय मिलने तक जारी रहेगा।
Report published in Hindustan Times (Front page)
On 21st March, 2013
On 18th March, 2013
On 17th March, 2013
On 16th March, 2013
On 15th March, 2013
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