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Tuesday, 11 June 2013

Letter to Primeminister for CBI inquairy, written by Navruna's family members.

मुजफ्फरपुर (बिहार) से पिछले 265 दिनों से अपहृत 13 वर्षीया नवरूणा की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करवाने में अबतक विफल रही बिहार सरकार व बिहार पुलिस से बेहद नाराज परिजनों ने प्रधानमंत्री से तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री को संबोधित अपने पत्र में नवरूणा मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपने की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट में नवरूणा मामले की चल रही सुनवाई में तक़रीबन एक महीने का समय बाकी है, वही दूसरी ओर सरकार इस मामले पर चुप्पी साधे हुई है और पुलिस की सारी गतिविधियाँ अपराधियों को बचाने व मामले को दबाने में लगी दिखाई देती है, ऐसे में हताश-निराश परिजन त्वरित न्याय की आस में प्रधानमंत्री से गुहार लगाने कल प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे।

अपने पत्र में नवरूणा की बहन नवरुपा ने प्रधानमंत्री कार्यालय में दिए गए पूर्व के दो ज्ञापन एवं उसके आलोक में प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा 26.11.2012 को भेजे गए पत्र का हवाला देते हुए कहा है कि "घटना के शुरुआत से ही बिहार पुलिस की पूरी कारवाई संदिग्ध और व्यर्थ है। पुलिस ने जाँच की दृष्टि से महत्वपूर्ण 3 महीने तथाकथित जाँच के नाम पर बर्बाद कर दिए। बाद में केस सीआईडी को सौंपा भी गया वह भी पिछले 5 महीने से किसी नतीजे तक पहुंचना तो दूर, किसी प्रकार की सकारात्मक प्रगति तक नहीं पहुँच पाई है। ऐसे में केस की हालत कैसी होगी, इसे आसानी से समझने में किसी को दिक्कत नही होनी चाहिए। सीआईडी सहित बिहार की कोई भी जाँच एजेंसी नवरूणा को खोज निकाल नहीं पाएगी।"

परिजनों ने न्याय के हित में व केस की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपने की मांग की है!

विदित हो कि सीआईडी इस केस से सम्बंधित किसी भी प्रगति की जानकारी परिजनों को नहीं दे रही है, जबकि केस मिलने से पहले सीआईडी मुखिया एक-एक घंटे की रिपोर्ट मुजफ्फरपुर पुलिस को देने की वकालत कर रहे थे। वही दूसरी तरफ मुजफ्फरपुर पुलिस की अबतक की असफल और संदिग्ध कारवाई को बचाव करने में जुटी है और अप्रत्यक्ष तरीके से डीएनए के लिए दबाब बना रही है। वह स्केच बनाने में व्यस्त दिखती है।

स्टूडेंट्स फोरम फॉर सेव नवारूणा भी इस मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपने की मांग के पक्षधर है और हमें उम्मीद है सुप्रीम कोर्ट भी इस पर मुहर लगाएगी। न्याय के हित में यही उचित होगा कि सरकार अविलम्ब केस को सीबीआई को सौंपकर केस से जुड़े पहलुओं को सामने लाए, नवरूणा की बरामदगी करवाए व दोषियों को पकड़े, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दें।


To,
Dr. Manmohan Singh
The Prime Minister of India,
New Delhi

subject: No action still taken to assure the safe recovery of minor 12 year old girl "NAVARUNA" kidnapped 8 months ago. Hence case should be handed over to CBI.

Sir,

I had given you three applications earlier regarding the kidnapping case of a minor girl Navruna, 12 years from Muzaffarpur, Bihar.

Later a letter is issued from Prime Minister's office, New Delhi to Home Secretary, Bihar, dated 26.11.2012, regarding the case but sorry to say that no fruitful action had taken yet for the safe recovery of minor girl Navaruna. The Bihar police was useless in their mode of action from very initial days. Bihar police wasted three precious months in the name of their socalled investigation. Later the case was handed over to C.I.D.. Now the above mentioned case is with C.I.D.. C.I.D. is investigating the case for last 5 months, without any positive result, hence any one can understand the Bihar state police as well as any Bihar state investigation agency like C.I.D. cannot have the efficient machinaries to recover the minor girl Navaruna.

Hence, 8 months had passed now, Navaruna not recovered yet. The safety and security of the girl is at stake. Hence please understand the seriousness of the case and therefore, I appeal, this case should be handed over to C.B.I. as soon as possible for the shake of justice, please do for the needful for which we shall be highly obliged.

Thanking you,
your faithfully,

Navrupa Chakravarty
Navjeet Chakravarty
Dated-10/6/2013


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